सोनभद्र जिले में पुलिस और गो-तस्करों के बीच लगातार कार्यवाही जारी है। आज भोर में पुलिस टीम और गौ तस्करों के साथ मुठभेड़ हो गई, पिकअप सवार तस्कर पुलिस को देखकर तेज रफ्तार से भागने लगे पुलिस द्वारा उनका 25 किमी दूर पीछा किया जिसके बाद गौ तस्कर अपने आप को घिरता देख पुलिस टीम पर फायर कर दिया, जवाबी कार्यवाही में पुलिस के गोली से दो गौ तस्करों के पैर में गोली लग गई, जबकि एक सिपाही घायल हो गया, पुलिस द्वारा दोनों तस्करों को गिरफ्तार कर लोढ़ी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया और घायल सिपाही का जिला अस्पताल में इलाज जारी है। मुठभेड़ में तीन अन्य तस्कर मौके का लाभ उठाते हुए फरार हो गए। तस्करों का भागते हुए एक एक्सक्लूसिव वीडियो भी सामने आया है जिसमें सीओ सिटी रणधीर मिश्रा खुद पुलिस टीम के साथ पिकअप का पीछा करते दिखाई दे रहे हैं। पुलिस के साथ कई थानों की फोर्स भी इस ऑपरेशन में शामिल रही। 16 राशि गोवंश, दो पिकअप, असलहे भी इस अभियान में बरामद किए गए हैं।

मामले में सीओ सिटी रणधीर मिश्रा ने बताया कि रॉबर्ट्सगंज थाना क्षेत्र में भोर में गौ-तस्कर दो पिकअप में 16 राशि गोवंश भरकर भाग रहे थे पुलिस और एसओजी टीम को मुखबिर से सूचना मिली और फिर मधुपुर के दुमुही पुलिया के पास घेराबंदी कर उनको रोकने का इशारा किया गया। इस दौरान गौ तस्करों द्वारा पिकअप भगाते हुए पुलिस टीम पर फायर झोंक दिया। लगभग 25 किलोमीटर तक पीछा करने के बाद भागते तस्करों ने बचने की कोशिश में एक आरक्षी को पिकअप से टक्कर मारकर घायल कर दिया इसके बाद तस्करों ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी और जवाबी कार्रवाई में दो तस्कर नीरज कुमार और मुन्ना को गोली लगने से घायल हो गए। दोनों तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों के कब्जे से 315 बोर का दो तमंचा , जिंदा कारतूस और तीन खोखा कारतूस और दो पिकअप में भरा 16 राशि गोवंश भी बरामद किया गया। वहीं तीन तस्कर भगवान यादव, विकास यादव और बलवन्त यादव अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले जिन्हें पकड़ने के लिए पुलिस ने अब कई टीमों का गठन किया है। घायल दोनों तस्कर और घायल आरक्षी को जिला अस्पताल ले जाया गया है जहां उनका इलाज पुलिस अभिरक्षा में जारी है।

जाने क्या बोली पुलिस
सोनभद्र। पूछताछ में गिरफ्तार तस्करों ने स्वीकार किया कि वे कैमूर-बिहार के बड़े गिरोह से जुड़े हैं। मध्य प्रदेश और मीरजापुर बॉर्डर से गोवंश उठाकर नौगढ़ के रास्ते बिहार ले जाते थे जहां नाटे मुखिया और हाफिज जैसे बड़े तस्करों को सौंपा जाता था। और वहीं से इन पशुओं को पश्चिम बंगाल वध के लिए भेजा जाता था। तो सोनभद्र पुलिस के अभियान में आज बड़ी सफलता मिली है। गो-तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश भी हुआ है लेकिन अभी तीन तस्कर फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
Author Profile

Latest entries
सम्पादकीयDecember 29, 2025राष्ट्रीय पत्रकार एकता संघ ने दिनेश अग्रहरि को किया सम्मानित
सम्पादकीयDecember 29, 2025क्षेत्र पंचायत बैठक में गांवों के विकास कार्यों की समीक्षा
सम्पादकीयDecember 29, 2025मलेरिया ड्रग प्रोटोकॉल एवं एमएमडीपी पर द्विदिवसीय गोष्ठी आयोजित
सम्पादकीयDecember 29, 2025मतदाता सूची से 500 ग्रामीणों के नाम गायब, ग्राम प्रधान ने जिलाधिकारी से की नाम जोड़ने की मांग