विद्यालय में देश भक्ति रैप सॉन्ग गाकर वायरल हुआ छात्र, फिर………

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महोबा। जिले के एक स्कूल में कक्षा नवमी में पढ़ने वाले छात्र गणतंत्र दिवस के मौके पर अपने विद्यालय में रैप सॉन्ग गाकर वायरल हो गया। इसके बाद उसके रैप सॉन्ग को मिलियन से ज्यादा लोगों ने लाईक व कमेंट किया। इसकी चर्चा पूरे जनपद में हो रही है उक्त युवक ने रैप सॉन्ग में अश्लील शब्दों की परंपरा को बदलकर छात्र ने उसे समाज में संदेश और पारिवारिक रैप सॉन्ग बनाने की शुरुआत की है जिसे लोग पसंद कर रहे है। 26 जनवरी को अपलोड हुए छात्र के रैप सॉन्ग को अभी तक 6.6 मिलियन लोगों ने इंस्टाग्राम आईडी पर देखा है और 8 लाख लोगों ने लाइक किया है। इसके बाद से देखते ही देखते 14 वर्षीय छात्र चर्चित हो गया। एक्स अकाउंट और अन्य सोशल अकाउंट में छात्र का गया हुआ रैप सोंग वायरल है। जिससे उसके परिवार में ही नहीं बल्कि विद्यालय के गुरुजनों में भी खुशी और उत्साह देखने को मिला है। छात्र प्रसिद्ध रैप गायक एमिवे बंटाई से प्रभावित है जिसके रैप सॉन्ग सुनकर उसने अपने जनपद और विद्यालय सहित देश के ऊपर न केवल रैप सॉन्ग लिखे बल्कि उन्हें अपनी आवाज देकर खुद भी चर्चा में आ गया। उसे गुमां है कि मेरी उड़ान कुछ कम है.. और मुझे यकीं है कि ये आसमान कुछ कम है.. यही सोच और आगे बढ़ने के जज्बे ने छात्र शैलेंद्र प्रताप सिंह को इंस्ट्राग्राम में वायरल कर दिया और अभी तक छात्र को 6.6 मिलियन लोग देख चुके है। विद्यालय में छात्र ने रैप सॉन्ग गाकर सभी को हैरत में डाल दिया। शहर के शाहपहाड़ी रोड स्थित मंजूर नगर इलाके में रहने वाले कक्षा नवमी के 14 वर्षीय छात्र ने बीती 26 जनवरी को अपने जनपद, विद्यालय,देश और प्रभु राम को लेकर गाया रैप सॉन्ग देखते ही देखते इंस्टाग्राम आईडी में वायरल हो गया। बताया जाता है कि पेशे से होमगार्ड राजेश सिंह डायल 112 में चालक के पद पर कार्यरत है। जिनके तीन पुत्र और एक पुत्री है। सबसे बड़ा पुत्र 16 वर्षीय संजीव सिंह झांसी में रहकर पढ़ाई कर रहा है जबकि 14 वर्षीय जुड़वा पुत्र शैलेंद्र प्रताप और ज्ञानेद्र प्रताप शहर के शिशु शिक्षा निकेतन विद्यालय में कक्षा नवमी के छात्र हैं। राजेश का पुत्र शैलेंद्र प्रताप सिंह अनोखी प्रतिभा का धनी है। इसकी जानकारी परिवार को तब हुई जब इंस्टाग्राम में धीरे-धीरे वह वायरल होने लगा। शैलेंद्र के दादा राम केवल सिंह महोबा के सप्लाई ऑफिस में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद से सेवानिवृत हुए हैं। वह बताते हैं कि उन्हें अपने नाती के प्रतिभा का अंदाजा नहीं था। पढ़ाई के साथ-साथ वह अक्सर मकान की छत पर खड़े होकर गाने गाता लेकिन उसकी लगन तब और बढ़ गई जब उसने अपने बड़े भाई के बिगड़े मोबाइल को सही कराकर इंस्टाग्राम में वीडियो अपलोड करने शुरू कर दिए।जिसके बाद विद्यालय से समाचार मिला कि उनका बच्चा अनोखी प्रतिभा का धनी है और देश में सबसे ज्यादा सुने जाने वाला रेप स्टाइल में सॉन्ग लिखना और गाना उसे बखूबी आता है। उन्होंने कहा की यह क्षमता के बाहर है उनके परिवार में आज तक किसी ने न तो गाने गाए और न ही लिखे है, उनका नाती रैप सॉन्ग गाकर वायरल हुआ है यह ईश्वरीय प्रतिभा है जो उनके नाती को मिली है। जिससे वह खासे प्रसन्न है। छात्र की मां मिथलेश सिंह बताती है कि उसकी पढ़ाई को लेकर वह अक्सर चिंतित रहती है लेकिन कभी भी उसके इस शौक और प्रतिभा में बाधा नहीं बनी। शायद उसी का परिणाम है कि उनका बेटा आज चर्चा में है और 60 लाख से अधिक लोगों ने उसे इंस्टाग्राम की आईडी पर देखा और सुना है। छात्र शैलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि जब वह 10 वर्ष का था तभी से वह रैप गायक एमिवे बंटाई से प्रभावित होकर रैप सॉन्ग सुनता था कभी उसने रैप सॉन्ग के डांस आदि पर कोई ध्यान नहीं दिया बल्कि शब्दों से प्रभावित होकर उसने काम किया है। अधिकतर रैप सॉन्ग में लोग अपने से संबंधित जानकारियां सुनाते और बताते हैं साथ ही उसमें अधिकतर आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग होता है जिससे लोगों की भावनाएं आहत होती थी रैप सॉन्ग की इस परंपरा को बदलने के लिए उसके द्वारा संस्कारिक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए पारिवारिक रैप सॉन्ग को प्रस्तुत किया। जिससे वह चर्चा में आया है और अब उसे जनपद ही नहीं बल्कि प्रदेश और देश के लोग भी जान रहे हैं। उसने कहा कि ऐसे ही वह आगे भी रैप सॉन्ग के माध्यम से गाने लिखेगा और लोगों का मनोरंजन कराने के साथ साथ सामाजिक सुधार के संदेश भी देगा। वह बताता कि पूर्व में भी “यूपी 95 जहां होती पान की खेती” नामक एक सॉन्ग लिख चुका है जिसे दर्शकों ने बहुत पसंद किया है और अबकी बार अपने विद्यालय, टीचर, जवान, जनपद और देश के बारे में लिखकर चर्चा बटोरी है। जिसे उसके इंस्टाग्राम आईडी महोबा म्यूजिक में अब तक 6.6 मिलियन लोगों ने देखा और 8 लाख से अधिक लाइक मिले है।

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