अहिल्याबाई होल्कर जन्मशताब्दी का हुआ आयोजन

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रिपोर्ट संजय सिंह

सोनभद्र। चुर्क मंडल में चुर्क नगर पंचायत कार्यालय में रानी अहिल्याबाई होल्कर के तस्वीर पर दीप प्रज्वलन एवं पुष्पांजलि के साथ 300 वी जयंती वर्ष पर संगोष्ठी संपन्न हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जीत सिंह खरवार राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त भाजपा उपाध्यक्ष अनुसूचित जनजाति आयोग उत्तर प्रदेश उपस्थित थे।मुख्य अतिथि ने कहा कि अहिल्याबाई मराठा समाज की प्रति होलकर वंश की एक महान शासिका थी। उनके पिता मानकोजी शिंदे एक मामूली किसान थे लेकिन उन्होंने अपनी बेटी को शिक्षा और संस्कार दिए जिससे अहिल्याबाई नारी शक्ति धर्म और नेतृत्व की अद्भुत क्षमता विकसित हुई। 1767 में मल्हार
राव होल्कर की मृत्यु के बाद अहिल्याबाई ने होलकर समाज की पूरी बागडोर अपने हाथों में ले ली अपने शासनकाल के दौरान देवी अहिल्याबाई होल्कर आदित्य प्रशासनिक कुशलता का प्रदर्शन किया। धार्मिक स्थलों का पुनर्निर्माण जीर्णोधार किया, इनमें काशी विश्वनाथ मंदिर कालेश्वर मंदिर, सोमनाथ मंदिर, जैसे प्रमुख मंदिर शामिल है। होल्कर का शासन 28 साल तक चला
या शांति और समृद्धि के लिए जाना जाता है मुख्य अतिथि का स्वागत मंडल अध्यक्ष दिलीप चौबे ने किया उन्होंने अहिल्याबाई के जीवन पर प्रकाश डालते हुए अपने संबोधन में कहा माता अहिल्याबाई का मानना था कि मंदिर में केवल पूजा के स्थान है बल्कि वह आत्मिक शांति,

सामाजिक एकता और नैतिक मार्गदर्शन का स्रोत भी होते हैं। उन्होंने कहा कि मंदिर से मनुष्य को धर्म से दूर रहकर धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है। मंदिर के इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय के रूप में दर्ज है उनके द्वारा किए गए इन पूर्ण पुनर्निर्माण ने मंदिर को एक बार फिर से उसकी महिमा और पवित्र प्रदान की है मुख्य अतिथि अनुसूचित जनजाति के उपाध्यक्ष जीत सिंह खरवार ने सफाई कर्मियों का सम्मान किया तथा आज पत्रकारिता दिवस के अवसर पर उपस्थित सभी पत्रकारों को गमछा देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए नगर पंचायत अध्यक्ष मीरा यादव ने कहा कि अहिल्याबाई स्वयं में नारी सशक्तिकरण की सशक्त मिसाल थी जिन्होंने समाज एवं मानवता के विकास से विभिन्न रचनात्मक कार्य की तथा माता अहिल्याबाई ने अपनी राजधानी महेश्वर कोई धार्मिक केंद्र के रूप में विकसित किया। महेश्वर में हर समय पूजा पाठ कीर्तन हवन आदि अखंड रूप से चलता रहता है। उन्होंने इसे एक विशाल मंदिर के समान बनाया जहां नर्मदा नदी के किनारे धार्मिक गतिविधियों का आयोजन होता रहता है। नगर पंचायत प्रतिनिधि तथा पिछड़ा मोर्चा के अध्यक्ष ओम प्रकाश यादव ने कहा कि अहिल्याबाई का जीवन संघर्षों से भरा रहा। उन्होंने सुशासन, धर्म और सेवा भावना से भारत की संस्कृति को आगे बढ़ाने और उसे सुरक्षित रखने में अहम भूमिका निभाई। रानी अहिल्याबाई होल्कर का जीवन सामाजिक न्याय और नारी सशक्तिकरण का आदर्श उदाहरण है। उनके शासनकाल में जनकल्याण के अनेक कार्य हुए कहा कि महारानी अहिल्याबाई के सुशासन और कर्त्तव्यपरायणता,सांस्कृतिक धरोहर और विरासत रही है कार्यक्रम का संचालन मंडल महामंत्री सुभाष पाठक ने किया तथा आज के कार्यक्रम में जयराम वर्मा अरुण सिंह संजय सिंह धनंजय दुबे गौरव सिंह दीपचंद महतो सभासद हिमांशु खत्री अजय सिंह सूरज चंद्रवंशी उषा देवी रूपेश कुमार पूनम देवी विशाल सिंह पार्वती देवी अशफाक कुरैशी आरती देवी आदि के साथ चुर्क नगर के तमाम गण महिला एवं पुरुष मौजूद रहे।

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