आयुष्मान कार्ड की धीमी प्रगति पर भड़के DM, आशाओं पर भी सख्ती स्वास्थ्य समिति की बैठक में कई निर्देश जारी

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सोनभद्र:(AKD/गिरीश तिवारी)-कलेक्ट्रेट सभागार में बुधवार को जिलाधिकारी बी.एन. सिंह की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति शासी निकाय की बैठक आयोजित हुई, जिसमें स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा के दौरान कई कमियां उजागर हुईं। DM ने आयुष्मान कार्ड बनाने की सुस्त प्रगति पर तीखी नाराजगी जताई और संबंधित अधिकारियों पर कार्यवाही की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप कार्य न होने पर जिम्मेदारों की जवाबदेही तय की जाएगी।बैठक में यह तथ्य सामने आया कि एनआरसी केंद्रों पर सैम/मैम बच्चों की भर्ती बेहद कम है। DM ने इसे गंभीर मानते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी और आरबीएसके टीम को निर्देश दिए कि हर माह कुपोषित बच्चों की भर्ती सुनिश्चित कराई जाए, ताकि उपचार में देरी न हो।जिलाधिकारी ने आशा कार्यकर्ताओं पर भी सख्त रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि लगातार शिकायतें मिल रही हैं कि कुछ आशाएं गर्भवती महिलाओं को सरकारी अस्पतालों की बजाय प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती करा रही हैं। जिला प्रशासन ने इसे अनियमितता मानते हुए संबंधित चिकित्सा अधीक्षकों को निर्देश दिया कि दोषी आशाओं पर त्वरित और कठोर कार्रवाई की जाए।बैठक में सीएचसी और पीएचसी के निरीक्षण को लेकर भी कड़े निर्देश दिए गए। DM ने मुख्य चिकित्साधिकारी और एसीएमओ को नियमित निरीक्षण करने और अनुपस्थित पाए जाने वाले डॉक्टरों-कर्मचारियों पर तत्काल अनुशासनात्मक कार्रवाई करने को कहा।इसी दौरान यू.पी. हेल्प डेस्क बोर्ड की समीक्षा में बभनी और म्योरपुर ब्लॉक ने सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया। DM ने बभनी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजन सिंह और म्योरपुर के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. पी.एन. सिंह की सराहना की। उन्होंने अन्य चिकित्सा अधीक्षकों को चेतावनी दी कि अगले माह की समीक्षा में प्रगति कम मिलने पर उन्हें भी जवाब देना होगा।DM ने निजी अस्पतालों के निरीक्षण पर भी सख्ती दिखाते हुए कहा कि नोडल अधिकारी रोस्टर बनाकर नियमित जांच करें और मासिक रिपोर्ट उपलब्ध कराएं। जहां डॉक्टर मौके पर न मिलें, वहां कड़ी कार्रवाई की जाएगी।बैठक में यह भी स्पष्ट किया गया कि सरकारी अस्पतालों—जिला अस्पताल, सीएचसी एवं पीएचसी—में मरीजों को दवा अस्पताल परिसर से ही उपलब्ध कराई जाए, बाहर की दवा लिखने पर प्रतिबंध रहेगा।जिलाधिकारी ने सुरक्षित मातृ वंदना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, फैमिली प्लानिंग और नियमित टीकाकरण की भी समीक्षा की और कहा कि जनहित की योजनाओं का क्रियान्वयन समयबद्ध तरीके से होना चाहिए। किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जागृति अवस्थी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. पंकज कुमार राय, जिला कार्यक्रम अधिकारी विनीत सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, जिला विकास अधिकारी समेत सभी संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

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