गोरखपुर। सहजनवा थाना क्षेत्र के घघसरा चौकी अंतर्गत डुमरी निवास धोबही राजस्व गाव के रहने वाले बेलाश 55 साल व चंद्रकेश 35 साल शुक्रवार को सुबह केबल सही करते समय लोहे के पाइप में बिजली की चपेट में आने से मौत हो गयी। जानकारी के अनुसार चंद्रेश पुत्र हरिमोहन राज मिस्त्री का काम करता था वह अपने घरेलु कनेक्शन लिया था, जिसको गांव के ही एक व्यक्ति द्वारा उसका केबल पोल से उतार दिया गया जिससे उसकी लाईन बंद हो गई थी।विभाग का चक्कर लगाते रहा बिजली विभाग ने उसकी सप्लाई नहीं जोड़ा गया।जो यह घर से कुछ दूरी पर काली स्थान के पास पोखरे के पास से अपने विकल्पिक व्यवस्था से लोहे के पाइप लगाकर लाइन चला रहा था। जो यह केबल ढीला हो गया था जिसकी घघसरा विघुत सब स्टेशन के शिकायत करने पर के बाद भी उसका केबल टाईट नही कराया गया जो सुबह चंद्रेश अपने खुद केबिल टाईट कर रहा था कि कही केबिल कटने की वजह से लाईन पकड लिया जिससे वह चिल्लाने लगा मौके पर उसका चाचा रामवेलाश भतीजे चंद्रेश को छुडाने की कोशिश किया उसको भी लाईन पकड लिया शोर मचाने गांव के लोग मौके पर पहुंच कर किसी तरह नीचे ऊतारा और परिजन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पाली ठर्रापार ले गए जहा चिकित्सको ने मृत घोषित कर दिया ।

मौके पर उपस्थित लोगो ने बिजली विभाग की लापरवाही को लेकर शव को लेकर सहजनवा बखिरा मार्ग पर शव रखकर जाम कर दिये लोगो की मांग थी कि जे ई को मौके फर बुलाया जाए ।मौके पर घघसरा चौकी प्रभारी दुर्गेश कुमार सिंह ने अपने सहयोगी के साथ मोर्चा संभाले रहे ।सूचना पर मौके पर उपजिलाधिकारी सहजनवा केशरी नंदन तिवारी , सी ओ गीडा ,थानाध्यक्ष महेश चौबे मौके पर पहुंचे एसडीएम ने सरकारी दुर्घटना सहायता राशि दिलाने की बात की वही नगर पंचायत अध्यक्ष प्रभाकर दुबे ने अधिकारियों के साथ परिजनों से मान मनौवल करते हुए चेयरमैन ने मृतक परिवार को एक लाख नकद और दोनो परिवार से एक एक को सफाई कर्मी की संविदा पर नौकरी देने का आश्वासन दिया और गांव के ही समाज सेवी विकास राज ने भी पचास हजार रुपए देने का आश्वासन दिया तब जाकर शव को सड़क से हटाया गया।जिस मौके पर पूर्व प्रधान बृजेश यादव दिलीप सैनी ,सभासद विजय प्रताप सिंह,विनोद पाण्डेय सहित आदि स्थानीय लोगों के समझाने से रास्ता खुलवाया गया।और पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मृतक चंद्रेश दो भाई था।जिसके पास एक बेटा देवेश 14 वर्ष बेटी अनन्या 12 वर्ष दूसरे मृतक राम बेलाश के पास कोई बच्चे नहीं थे ।वह भी मजदूरी खेती कर अपना जीविका चलाता था।
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